अब रेलवे स्‍टेशनों पर खरीदें जेनरिक दवाएं

अब रेलवे स्‍टेशनों पर खरीदें जेनरिक दवाएं

सेहतराग टीम

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने पूरे कार्यकाल में सस्‍ती जेनरिक दवाइयों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव कदम उठाए हैं। सरकार ने यह सुनिश्चित क‍िया है कि जेनरिक दवाइयों तक गरीब मरीजों की आसान पहुंच हो। इसके बावजूद जिस तादाद में जेनरिक दवा की दुकानें खुलनी चाहिए उतनी नहीं खुल पाई हैं। तमाम कमियों के बावजूद सरकार का ये प्रयास सराहनीय तो है ही। अब इसी कड़ी में सरकार ने फैसला लिया है कि रेलवे स्‍टेशनों पर भी जेनरिक दवाएं उपलब्‍ध करवाई जाएगी।

सरकार के इसी प्रयास के तहत रेलवे बोर्ड ने यह फैसला किया है कि स्टेशनों पर रेलवे की बहुउद्देश्यीय दुकानों (मल्टीपर्पस स्टॉल) में जल्द ही कम कीमत वाली जेनरिक दवाइयां बिकेंगी।

रेल राज्य मंत्री राजेन गोहेन ने लोकसभा में 9 अगस्‍त को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि अभी तीन केमिस्ट स्टॉल संचालित हैं। ये सभी मुंबई में हैं। उन्होंने बताया कि रेलवे बोर्ड ने यह फैसला किया है कि यह नीतिगत प्रावधान किया जाएगा कि रेलवे स्टेशनों के मौजूदा बहुउद्देश्यीय दुकानों को प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के मुताबिक जेनरिक दवाइयां रखने के लिए अधिकृत किया जा सके।

उन्होंने एक अन्य प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि रेलवे ने 345 स्टेशनों पर मेटल डिटेक्टर द्वार स्थापित किए हैं, जबकि हाथ में पकड़ कर इस्तेमाल किए जाने वाले 4,780 मेटल डिटेक्टर यात्रियों की जांच के लिए उपलब्ध कराए गए हैं। गोहेन ने बताया कि भारतीय रेल में सुरक्षा इंतजामों की नियमित निगरानी और समीक्षा के लिए रेलवे के लिए राज्य स्तरीय सुरक्षा समिति सभी राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में संबद्ध पुलिस महानिदेशकों / राज्यों या केंद्र शासित क्षेत्र के आयुक्तों की अध्यक्षता में गठित की गई है।

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